पैर
पैर इन्सान के शारीर का वो अंग जिस पर हम गौर नहीं करते ।पैरों पर झुकना ,पैर सकोड़ना , पैर फैलाना । पैरों पे गिर्जाना , पैर बचाना , पैर निकलना , पैर दिखाना , पैर पर पैर रखना और न जाने क्या क्या ....लेकिन इन पैरों की खूबसूरती पर गौर करें ...........आज जब मैं ने इस बारे में अचानक सोचना शुरू किया तो घंटों के हिसाब से बाते बिखरने लगीं हलके हलके मैंने पैर समेटना शुरू किया और वापस अपनी खोली में । मैं जिस किसी से भी मुखातिब रहा उसके पैरों पर मेरी नज़र रही । कभी पैर छुए कभी मन किया की इस शख्श के पैरों में लोटने को मिलजाए ..कभी कहीं पैर पकड़ कर बैठने का मन किय तो कहीं पैर chum lene को... तो कभी अंगूठे और उँगलियों मैं खो जाने का मन किया । मैंने कुछ खुबसूरत पैरों के छुप कर फोटो भी खींचे हैं ... bada galat laga पर क्या karun ......क्या आप भी इस में कुछ जानकारी रखते हैं तो मुझ से शेयर करियेगा । ho सकता है आपके पैर के फोटो भी मेरे पास हों ॥