yatra

Monday, September 29, 2008

बे ख़बर

जिंदगी दर्द-ऐ-लबादा है हम न समझे थे
go ya सहेज के क्यूँ रखते इस पैराहन को ।
जब भी रात की उंगलिया चाँद के सिराहने कुछ टटोलती हैं.... तो टूटे हुए तारे हाँथ से सरक कर गिर पड़ते है ये तारे ..,,,...मानो हमारे अरमान ,,,...जो कभी चलते फिरते और उम्मीद से भरे होते ...जैसे दौरे बदगुमानी में आखिरी safe का koi मुग़ल बादशाह किसी मोजज़ा का इंतजार करता था और bar- bar zillat से takrata था ..वैसे ही en armano ने भी dam toda और तारे बन गए ..... और नींद उठा कर फिर वहीं चाँद के सराहने रख देती है उन तारों को ..मैं नींद में कहाँ तक और कब तक rahun ... tiragi कब तक रहे ....चाँद की roshni में khwab की faslon के pakne का entzar कब तक करूँ ...जो khurshid mukhalif है तो मैं कहाँ जाऊँ .....
कद उसका kaba से बड़ा हो गया
जो सड़क पे unghara खड़ा हो गया ...
ये तारे तो chhup के रात के अंधेरे मैं timtimaate हैं खुल कर सामने नहीं आते ये मेरे अन्दर ander बढ़ते हैं मेरे जिस्म को phadte हैं .....और कोई बे ख़बर sota है ...

4 Comments:

Blogger मनीषा said...

....sahi kaha jindagi dard-e-labada hai, per socha hai kkabhi ki agar ye dard nahi hote to un khushiyon ki keemat hame kaise maloom hoti....
umeed ke tare tutte kyu hai ???? hum yakeen jo nai karte unper verna vo to hai hi timtimate rahne ke liye .... aur hume ye batane k liye ki raat ke andhere hamesha kaale nai hote aur koi bekabar nai so raha hai ...bus kisi ke khayalon ko bun raha hai.........

October 2, 2008 at 12:40 PM  
Blogger Pawan Kumar said...

जिंदगी दर्द-ऐ-लबादा है हम न समझे थे
गोया सहेज के क्यूँ रखते इस पैरहन को ।
काफी दिनों बाद ब्लॉग विजित की ख़ुद भी लिखा और दूसरों को भी पढ़ा.सबसे पहले आपके ब्लॉग पर गया.अपने ब्लॉग पर जाने से भी पहले.....एक उत्कंठा थी कि इस बीच आपने क्या लिखा. एक नयी पोस्ट मिली....अच्छी लगा हमेशा की तरह..मगर आपको और ज्यादा लिखना चाहिए था... मगर लगता है कि कारोबार ने क्रियेटिविटी पर ग्रहण लगा रखा है.....मेरे ब्लॉग पर कमेन्ट भी आपका आया मगर औपचारिकताओं भरा...,... ज़रा दिल खोलकर लिखिए.....विस कुल मिलकर आपका ब्लॉग पढ़कर दिल को तसल्ली हुई कि आपमें "आप" अभी तक जिंदा है...

October 24, 2008 at 7:49 AM  
Blogger Pawan Kumar said...

आप को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं इस दीपावली पर आपको और आपके पूरे परिवार को भगवान सारी खुशियाँ दे ......खील- खिलौनों- पठाखों के त्यौहार की हार्दिक बधाई, आपकी दीपावली शुभ हो .... ऐसी हमारी शुभकामनाएं हैं.

October 25, 2008 at 7:52 AM  
Blogger मनीषा said...

dear sumati,
wish you a very happy diwali and i pray that you get best of every thing , may it brings happiness and prosperity to u and your family .

October 26, 2008 at 9:45 PM  

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home